गुरु महिमा

तू ना कर नादानी, और ठान ले की मुश्किलों के सामने कभी जुकुंगा नहीं, रुकूँगा नहीं कभी किसी मोड़ पर,

तू लिए जा बस गुरुवर का नाम,

फिर देख तेरी तकदीर पलट जाएगी, सिमट जाएगी तेरी हर मुश्किले,

मिलेंगी तुजे पंछियों सी आज़ादी,

तू ना कर नादानी, बस लिए जा गुरुवर का नाम…

–नंदन त्रिवेदी

लोकप्रशासक की परिभाषा

श्रेष्ठ लोकप्रशासक वही कहलाता है जो लोगो के प्रति संवेदनशील और समाज के प्रति उत्तरदायी हो।

लेखक: नंदन त्रिवेदी