ज़िंदगी का रंग थोडा अलग सा है, यहां जितने ही ज़ख्म सहते जाओ; उतने ही घाव भरते जाते है।
लेखक: नंदन त्रिवेदी
Morality is the cornerstone for youth development in 21'st Century
ज़िंदगी का रंग थोडा अलग सा है, यहां जितने ही ज़ख्म सहते जाओ; उतने ही घाव भरते जाते है।
लेखक: नंदन त्रिवेदी